सैफई: डंपर की टक्कर से बाइक सवार दंपती घायल, पत्नी के दोनों पैर कटे
चीफ एडिटर: एम.एस वर्मा, 6397329270
डंपर की टक्कर से बाइक सवार दंपती घायल, पत्नी के दोनों पैर कटे,
एंबुलेंस 20 मिनट तक नहीं पहुंची
स्थानीय लोगों ने लापरवाही पर रोष जताया, पुलिस ने अपनी सरकारी गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल
सैफई : इटावा-मैनपुरी रोड के वैदपुरा कस्बे के पास बुधवार सुबह करीब 10 बजे इटावा की ओर से मोटरसाइकिल पर आ रहे दंपति को पीछे से डंपर ने टक्कर मार दी, जिसमें पत्नी के दोनों पैर कट गए और पूर्व सैनिक पति गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद राहगीरों और दुकानदारों ने डायल 108 और 102 पर कई बार फोन किए, लेकिन एंबुलेंस करीब 20 मिनट तक नहीं पहुंची। घायलों की हालत बिगड़ती देख पुलिस ने अपनी सरकारी गाड़ी से दोनों को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के ट्रॉमा सेंटर भेजा।
घायलों की पहचान नगला तेज, थाना सैफई निवासी पूर्व सैनिक हरविलास सिंह 65 बर्षीय पुत्र हुकुम सिंह, जो वर्तमान में इटावा के थाना फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र के मोहल्ला न्यू तुलसी नगर में मकान बनाकर रहते हैं, और उनकी पत्नी गीता देवी 60 बर्षीय के रूप में हुई है। दोनों इटावा से अपने गांव खेत में आलू रखवाने के लिए जा रहे थे। वैदपुरा के पास पीछे से तेज रफ्तार से आए डंपर ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। गीता देवी सड़क पर गिर गईं और डंपर का पिछला पहिया उनके पैरों पर चढ़ गया, जिससे उनके दोनों पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैर काट दिए। हरविलास सिंह के घुटने और कंधे में गंभीर चोट आई है, हालांकि उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।Crimediaries9 The real crime stories on YouTube
राहगीरों और दुकानदारों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद उन्होंने डायल 108 और 102 पर लगातार कॉल किए, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। घायल दंपती सड़क पर तड़पते रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि एंबुलेंस समय पर पहुंचती, तो रक्तस्राव कम होने से महिला की स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित की जा सकती थी। एंबुलेंस सेवा की देरी पर क्षेत्र में गहरा आक्रोश देखा गया।
पूर्व सैनिक हरविलास सिंह ने बताया, हम गांव पहुँचने ही वाले थे। तभी पीछे से अचानक डंपर ने टक्कर मार दी। मेरी पत्नी सड़क पर गिर गईं और उसी समय डंपर उनके पैरों पर चढ़ गया। लोगों ने तुरंत फोन किए, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। अगर एंबुलेंस समय पर आ जाती तो शायद मेरी पत्नी की हालत इतनी न बिगड़ती।

