जालौन: भ्रष्टाचार उजागर करने पर बन रहा दबाव:जिलाधिकारी को सौंपा गया शिकायती पत्र
व्यूरो
भ्रष्टाचार उजागर करने पर बन रहा दबाव:जिलाधिकारी को सौंपा गया शिकायती पत्र: नगर पंचायतों और ग्राम पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कलम चलाना अब पत्रकारों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। जनपद के कई पत्रकारों, आरटीआई कार्यकर्ताओं और समाजसेवियों पर अनियमितताओं को उजागर करने के बदले फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। यह गंभीर मामला सोमवार को जिलाधिकारी के संज्ञान में पहुंचा, जब पत्रकार मनीष सिंह ने एक शिकायती पत्र सौंप कर निष्पक्ष जांच की मांग की। शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया कि उरई नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ने नसीम पर मुकदमा दर्ज कराया वैसे ही ग्राम सिरसा दो गढ़ी के प्रधान मुखराम शाक्य, रोजगार सेवक संजीव कुमार व उनके सहयोगियों द्वारा जालौन की हकीकत समाचार पत्र के पत्रकार मनीष सिंह के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया हैं।
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पत्रकार मनीष सिंह ने शिकायती पत्र में कहा कि उन्होंने विकास कार्यों में अनियमितताओं को लेकर समाचार प्रकाशित किए थे। जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और ग्राम प्रधान ने उनसे रंजिश मानते हुए उन पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए और SC/ST एक्ट के तहत फंसाने की धमकी भी दी। पत्रकार ने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों का मनोबल न टूटे। पत्रकारों का कहना है कि जनपद जालौन में ईमानदार पत्रकारिता करना कठिन होता जा रहा है। भ्रष्टाचार को उजागर करने पर प्रशासनिक अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से दबाव बनाया जा रहा है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति की भावना के विपरीत है। मौके पर मौजूद पत्रकारों ने एक स्वर में मांग की कि पत्रकारों और आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और फर्जी मुकदमों पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।