चिरमिरी: भ्रष्टाचार का गढ़ बना चिरमिरी नगर पालिक निगम, सोशल मीडिया में लग रहे आरोपों पर कोई खंडन नहीं आने से गहराई संदेह के बादल
संवाददाता: विनोद पांडेय
भ्रष्टाचार का गढ़ बना चिरमिरी नगर पालिक निगम, सोशल मीडिया में लग रहे आरोपों पर कोई खंडन नहीं आने से गहराई संदेह के बादलएमसीबी
चिरमिरी । नगर पालिक निगम चिरमिरी इन दिनों भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है । आए दिन सोशल मीडिया में निगम के तरह तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है । लेकिन निगम के किसी भी जनप्रतिनिधि एवं जिम्मेदार अधिकारियों का अब तक किसी भी आरोप पर कोई खंडन नहीं आया है, जिसके कारण इन आरोपों को बल मिल रहा है ।
कुछ समय पहले सूचना के अधिकार के तहत चिरमिरी नगर पालिक निगम द्वारा वाहनों के बीमा में हुए एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ । जिससे पता चला कि पिछले तीन चार वर्षों से चिरमिरी नगर पालिक निगम के अंतर्गत चलने वाली सभी गाड़ियों का फर्जी बीमा हुआ है । वाहनों का बीमा करने वाली एजेंसी के पास किसी भी बीमा कंपनी का कोई अधिकार पत्र नहीं था, इसके बावजूद उसे नियमों को ताक में रखकर निगम के वाहनों के बीमा का कार्य कैसे दिया गया । इस पर सवाल उठ रहे है । फिलहाल इसकी जांच एमसीबी कलेक्टर के पास है ।
इसी प्रकार पेट्रोल डीजल घोटाले का मामला भी चर्चा में आया है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चिरमिरी नगर पालिक निगम के अंतर्गत चल रहे सभी वाहनों में पेट्रोल और डीजल डालने का टेंडर पोड़ी के एक पेट्रोल पंप के पास है । जहां गाड़ियों में डीजल और पेट्रोल कम डाला जाता है तथा बिल अधिक मात्रा का बनाकर भुगतान करा लिया जाता है । और अंतर की राशि का आपस में बंदरबांट कर लिया जाता है । सोशल मीडिया में इस घोटाले की जमकर चर्चा होने के बावजूद आज तक न तो किसी ने इसका खंडन किया और न ही कोई जांच हुई ।
कुछ दिनों पूर्व पानी टैंकर घोटाले की भी जमकर सोशल मीडिया में चर्चा हुई । निगम के एक टाइमकीपर द्वारा बड़ा बाजार के ओवर हेड टैंक से टैंकरों में पानी भरकर शादी ब्याह के अवसर पर लोगो को खुलेआम बेचा गया । इसकी न तो कोई रसीद काटी गई और न ही एक रुपए की राशि निगम के फंड में जमा हुई । बड़ा बाजार के नागरिकों ने कई बार निगम के टैंकरों को बड़ा बाजार पानी टंकी से पानी भरते रंगे हाथों पकड़ा, लेकिन इस बड़े घोटाले पर भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
यह चर्चा भी आम है कि चिरमिरी नगर पालिक निगम द्वारा अपने कुछ चहेते ठेकेदारों को बिना किसी टेंडर के सारे काम नियम कानून को ताक में रखकर दिए जा रहे है । कुछ दिनों पूर्व हो सोशल मीडिया में इस बात की जमकर चर्चा थी कि एक ठेकेदार द्वारा अपने पोड़ी स्थित घर से निगम का अघोषित कार्यालय चलाया जा रहा है । जहां देर रात निगम के जनप्रतिधियों के साथ ही अधिकारियों व इंजीनियरों का जमावड़ा होता है और शराब व कबाब के साथ चिरमिरी शहर के विकास के लिए बनाए जा रहे कार्यों का बंदरबांट होता है ।
चिरमिरी के नागरिकों ने एमसीबी कलेक्टर डी. राहुल वेंकट से मांग की है कि वे इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करे ताकि चिरमिरी नगर पालिक निगम को भ्रष्टाचार का गढ़ बनने से बचाया जा सके ।