इटावा/जसवंतनगर: काले गेहूं की खेती करके लाखो कमाता है किसान।

 संवाददाता: एम.एस वर्मा,चीफ एडिटर, 6397329270

मनोज कुमार

जसवंतनगर के ग्राम सिरहौल में प्रगतिशील किसान अरबिंद प्रताप सिंह ने परंपरागत खेती से अलग रास्ता चुना है। उन्होंने अपने कृषि फार्म पर 5 बीघे में काले गेहूं की फसल लगाई है।
यह काला गेहूं पूरी तरह जैविक तरीके से उगाया जाता है। इसमें कोई रासायनिक खाद या केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता। बाजार में इसकी अलग पहचान है और मांग भी अच्छी है।

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वर्तमान में सामान्य गेहूं जहां 30-32 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, वहीं काला गेहूं 130-140 रुपए प्रति किलो तक की कीमत पर बिक रहा है। इससे किसानों को सामान्य गेहूं की तुलना में चार से पांच गुना अधिक आमदनी हो रही है। साथ ही इसकी पैदावार भी दोगुनी होती है।

काला गेहूं स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। सफेद गेहूं की तुलना में इसमें शुगर की मात्रा कम और आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसमें मैग्नीशियम, एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह हृदय रोगियों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं और मधुमेह के मरीजों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है।