जसवंतनगर/इटावा: द बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया की जिला यूनिट का वर्षावास कार्यक्रम आयोजित।

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मनोज कुमार, 7409103606


द बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया की जिला यूनिट का वर्षावास कार्यक्रम आयोजित।

जसवंतनगर/इटावा। द बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया की जिला यूनिट के संयोजन में नगला राठौर में वर्षावास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत कर मानव मुक्ति का घोषणा पत्र पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि हिंसा और झूठ से विरत रहना है। प्रकृति और जीवों पर किसी भी प्रकार का अत्याचार नहीं होना चाहिए। जीव-जंतुओं की रक्षा करना और पर्यावरण का सम्मान करना ही सच्चा धर्म है।

             वक्ताओं ने समाज में व्याप्त गलत प्रथाओं और कुपरंपराओं का विरोध करने का आह्वान करते हुए कहा कि जो भी परंपरा इंसान को बाँधे या अपमानित करे, उसका साहसपूर्वक विरोध किया जाना चाहिए। इस अवसर पर महात्मा बुद्ध और डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन दर्शन पर भी प्रकाश डाला गया। कहा गया कि बाबा साहब ने समानता, बंधुत्व और स्वतंत्रता का मार्ग दिखाया, जिसे अपनाकर ही समाज को वास्तविक मुक्ति मिल सकती है। कार्यक्रम में पंचशील का अर्थ विस्तार से बताया गया और इसके पालन का संकल्प कराया गया। साधु साधु साधु शब्द के महत्व को भी समझाया गया कि यह किसी भी शुभ कार्य और सत्य के पथ पर चलने की प्रेरणा देता है।

           वक्ताओं ने यह भी कहा कि बहुजन महापुरुषों के जन्मदिवस अवश्य मनाए जाने चाहिए, क्योंकि यही हमारे प्रेरणा स्रोत हैं और इनके जीवन से हमें संघर्ष, आत्मसम्मान और समाज निर्माण की शिक्षा मिलती है। साथ ही लोगों को संदेश दिया गया कि शिक्षित बने, संगठित बने और संघर्ष करें—यही प्रगति का रास्ता है।

           कार्यक्रम में उपस्थित जनों को यह भी प्रेरणा दी गई कि वे अच्छी संगत में रहें और व्यसनों से दूर रहें, ताकि जीवन सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ सके। बच्चों को अच्छे संस्कार देना हर अभिभावक का कर्तव्य है और युवाओं को मोबाइल का सदुपयोग सीखना चाहिए, तभी तकनीक लाभकारी सिद्ध होगी।

            कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता ओमप्रकाश, अरुण प्रताप सिंह, सर्वेश कुमार शिरोमणि, राजेश कुमार, अमर सिंह, सतीश निगम रहे। कार्यक्रम का संयोजन रक्षपाल बौद्ध ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपासक व उपासिकाएं शामिल हुए और वर्षावास को सफल बनाया।